गोलू की परीक्षा , एक मज़ेदार और प्रेरणादायक कहानी

गोलू की परीक्षा

गोलू एक होशियार लेकिन शरारती लड़का था। उसे खेलना बहुत पसंद था, लेकिन पढ़ाई से हमेशा भागता रहता था। उसकी परीक्षा आने वाली थी, लेकिन वह दिनभर क्रिकेट खेलने में लगा रहता।

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एक दिन, उसकी माँ ने प्यार से कहा, "गोलू, अगर तुम मन लगाकर पढ़ाई करोगे, तो परीक्षा में अच्छे नंबर लाओगे और अपने सपनों को पूरा कर पाओगे!"

गोलू ने सोचा, "अगर मैं अभी मेहनत कर लूँ, तो बाद में आराम से खेल सकूंगा!" उसने एक टाइम टेबल बनाया और रोज़ नियम से पढ़ाई करने लगा।

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परीक्षा का दिन आया। गोलू को घबराहट तो हो रही थी, लेकिन उसने जो मेहनत की थी, उस पर उसे भरोसा था। उसने आत्मविश्वास के साथ पेपर दिया।

जब रिजल्ट आया, तो गोलू ने पूरे स्कूल में सबसे ज्यादा नंबर लाए! उसके माता-पिता बहुत खुश हुए और दोस्तों ने तालियाँ बजाईं।

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अब गोलू को समझ आ गया कि मेहनत का फल मीठा होता है। उसने तय किया कि अब वह खेल और पढ़ाई दोनों का संतुलन बनाए रखेगा।

शिक्षा: मेहनत और अनुशासन से हर परीक्षा में जीत संभव है!



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